भाग्य
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भाग्य (अन्य नाम: नसीब या किस्मत) घटनाओं का एक पूर्व निर्धारित क्रम है। इस अवधारणा को ऐसा माना जाता है कि सब कुछ पहले से तय है और जो रहा है उसी वजह से हो रहा है। यानी यह मान्यता कि भविष्य पहले से निर्धारित है और वैसे ही सब कुछ होगा।[1] चाहे किसी व्यक्ति का हो या सामान्य तौर पर हो।
यह अवधारणा लगभग हर संस्कृति में पाई जाती है। हिन्दू धर्म में भाग्य निर्माता परमात्मा को माना जाता है जबकि इस्लाम में भी यह माना जाता है कि जो अल्लाह ने निर्धारित किया है वही किसी के साथ होगा (देखें: तक़दीर)।
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "मैं भाग्य हूं: कहानी 'भाग्य' की, सीख 'कर्म' की". आज तक. अभिगमन तिथि 10 सितम्बर 2023.