अधिकार
किसी कार्य को करना या किसी वस्तु या अन्य किसी पर किसी भी प्रकार का दावा करना आदि।
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अधिकार ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. कार्यभार: प्रभुत्व । आधिपत्य । प्रधानता । जैसे—'इस कार्य का अधिकार उन्हीं के हाथ में सौपा गया है' (शब्द॰) । क्रि॰ प्र॰—चलाना । —जनाना । —देना । —सौंपना ।
२. स्वत्व । हक । अखितयार जैस—'यह पुछने का अधिकार तुम्हें नहीं है' (शब्द॰) । क्रि॰ प्र॰— देना । —रखना ।
३. दावा कब्जा । प्राप्ति । जैसे—'सेना ने नगर पर अधिकार कर लीया' (शब्द॰) । क्रि॰ प्र॰— करना । —जमाना ।
४. क्षमता: सामर्थ्य । शक्ति ।
५. योग्यता । परिचय । जानापारी । ज्ञान । लियाकत । जैसे—(क) 'इस बिषय में उसे कुछ अधिकार नहीं है' (शब्द॰) ।
३. प्रकरण । शीर्षक । जैसे— वातरोगधिकार ।
७. नाटय़शास्त्र के अनुसार रुपक के प्रधान फल का स्वामित्व या उसकी प्राप्ति की योग्यता । ८० कर्तव्य (को) ।
९. निरीक्षण (को॰) ।
१०. स्थान (को॰)
१. व्याकरण में एक मुख्य या प्रधान नियम जिससे उसके क्षेत्र में' । आनेवाले अन्य नियम भी शासित होते है । विशेष—यह अधिकार तीन प्रकार का होता है—(१)सिहा- वलेकित, (२) मंड़ुकप्लुत ओर (३) गंगाप्रवाह के सदृश ।
अधिकार ^२पु वि॰ पुं॰ [सं॰ अधिक] अधिक । बहुत ।