सामग्री पर जाएँ

विलियम एस बरोज

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
विलियम एस बरोज
ड्रीममशीन के साथ डेविड वुडर्ड और बरोज, १९९७ के लगभग।[1]:९८–१०१

विलियम सेवर्ड बरोज[२] (५ फरवरि १९१४ - २ अगस्त १९९७) अमेरिका के बीट आंदोलनके प्रख्यात उपन्यासकार, कवि, आलोचक तथा शब्द-कारीगर हैं। उनको २०वीं सदी का सबसे प्रभावी पाप कलचर चिन्तक माना जाता है। उनहोने गद्य लिखने का एक नायाब तरिका आविष्कार किया था जिसे कट-अप मेथड कहा जाता है। लिखने के बाद पाण्डुलिपि कैंचि से काट कर वे फिरसे उसे उलटफेर करके सजाते थी और वहिंसे एक नया गद्य निकाल लेते थे। नये-नये मादकों का सेवन करके उसके प्रभावमें लिखने का प्रयास करते थे एवम मादक संग्रह कर्ने के लिये दक्षिण अमेरिका और अफ्रिका में जा कर बहुत दिन तक बस जाते थे। मिसौरीके धनी परिवार में जन्मे बरोज साहित्यिक बनने कि इच्चा से १९४३ में निउ यार्क जा बसें जहां उनसे ऐलन गिंसबर्ग तथा जैक केरुयकसे परिचय हुया। फिर क्या कहना था। तिनों मिल कर जो आंदोलन शुरु किये उसे ही बीट आंदोलनके नाम से जाना जत है। १९५१ में उनकी दुसरी पत्नीको हत्या के आरोपमें वे फंस गये थे। इस दुखद घटना से उनका लेखन मुक्त नहीं हो पाया।

कृतियां

[संपादित करें]

उपन्यास

[संपादित करें]
  • जंकी (१९५३)
  • कुइयर (१९८५)
  • नेकेड लन्च (१९५९)
  • दि सौफ्ट मेशिन (१९६१)
  • दि टिकट दैट एक्सप्लोडेड (१९६२)
  • डेड फिंगर्स टौक (१९६३)
  • नोभा एक्सप्रेस (१९६४)
  • दि लास्ट वर्डस ऑफ डाच शाल्टस (१९६९)
  • दि वाइल्ड बयेज (१९७१)
  • पोर्ट ऑफ सेइन्टस (१९७३)
  • कृटिक्स ऑफ दि रेड नाइट (१९८१)
  • दि प्लेस ऑफ डेड रोडस (१९८३)
  • दि वेस्टर्ण लैन्डस (१९८७)
  • माइ एजुकेशन: ए बुक ऑफ ड्रिमस (१९९५)
  • रुलस ऑफ डुयेल (२०१०)

सन्दर्भ

[संपादित करें]
  • टेड मौरगन रचित लिटेररि आउटला (१९८८)
  • जेमस ग्रवेर हौलट्स रचित वर्ड वाइरस: दि बरोज रिडर (२०००)
  • ऐन चार्लस रचित पोर्टेबल बीट रिडर (१९९२)
  • जौन गिलमोर रचित ए मेमयेर ऑफ रेकेड लाइवस ऐन्ड दि हालिवुड डेथ ट्रैप (१९७७)
  • ऐलिवर हैरिस रचित विलियम एस बरोज ऐन्ड दि सेक्रेट ऑफ फैसिनेशन (२००३)
  • बैरि माइलस रचित विलियम एस बरोज (१९९२)
  • जैक सर्जन्ट रचित नेकेड लेन्स: बीट सिनेमा (२००९)
  • डेविस श्निडरमैन रचित रिटेकिंग दि इउनिवर्स: विलियम एस बरोज इन दि एज ऑफ ग्लोबलाइजेशन (२००४)
  • माइकल स्टिवेन्स रचित दि रोड टु इनटरजोन: रिडिंग विलियम एस बरोज रिडिंग (२००९)

इन्हें भी देखें

[संपादित करें]

बाह्यसूत्र

[संपादित करें]
  1. चंदरलपट्टी, आर।, "Woodard and Renewed Intellectual Possibilities", में Seeing the Beat Generation (जेफरसन, नेकां: मैकफारलैंड एंड कंपनी, २०१९), पेज ९८–१०१