पर्वतन
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पर्वतन (अंग्रेजी: Orogeny), उन बलों और घटनाओं की व्याख्या करता है जो विवर्तनिक प्लेटों के संचलन के फलस्वरूप पृथ्वी के स्थलमंडल (पर्पटी और ऊपरी प्रवार) में आये गहन संरचनात्मक विरूपण का कारण बनते हैं। विवर्तनिक प्लेटों के इस संचलन से निर्मित यह अत्यधिक विरूपित शैल संरचनायें पर्वतजन कहलाती हैं। सामान्य शब्दों में पर्वतन वह प्रक्रिया है जिसमें वलन (folding), भ्रंशन (faulting) तथा क्षेपण (thrusting) के द्वारा किसी पर्वत का उद्भव अथवा निर्माण होता है।
आकृति विज्ञान
[संपादित करें]पर्वतन चक्र
[संपादित करें]पृथ्वी के इतिहास में कम 9 बार पर्वतन की गतियाँ हुई हैं। इन में अंतिम तीन रही हैं कैलीडोनियन, हरसायनियन तथा एलपाइन। इनमें से एल्प्स, एटलस, पामीर, कुनलुन तथा हिमालय का निर्माण एलपाइन पर्वतन के दौरान हुआ था।
अपरदन
[संपादित करें]जीवविज्ञान
[संपादित करें]पर्वत निर्माण से संबंध
[संपादित करें]अवधारणा का इतिहास
[संपादित करें]इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
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